Knee pain treatment; How to Manage Knee Pain in Your old age.(घुटने के दर्द को कैसे कम करें।)
- Dr. T. Adil
- May 21, 2022
- 7 min read
Updated: Jun 10, 2022
आम तौर पर हर 5 में से 1 आदमी, और 3 में से 1 औरत इस घुटने के दर्द (Knee Pain) से परेशान है, अगर हम खास कर 45 के उम्र पार कर चुके लोगो की करे, तो वो बिना किसी सही सलाह के जिस किसी ने जो कह दिया, उसी को इलाज मान कर अपना नुक्सान कर लेते है, और अपने दर्द को और ज्यादा बढ़ा लेते हैं।
प्रत्येक वयक्ति का दर्द और उसके कारण अलग अलग होते हैं, और सब का इलाज एक सामान नहीं हो सकता ।
A. बुजुर्गों में घुटने का तीव्र दर्द- कारण, लक्षण, राहत:
मानव शरीर का घुटने का जोड़ (Knee Joint) शरीर का सबसे बड़ा जोड़ होता है और जब हम चलते हैं, दौड़ते हैं या सीढ़ियाँ चढ़ते हैं तो शरीर का अधिकांश भार वहन करता है क्योंकि यह सबसे अधिक तनाव लेता है। एक व्यक्ति किसी न किसी प्रकार के घुटने के दर्द की रिपोर्ट करता है जो उम्र के साथ बढ़ता जाता है।
बुजुर्गों में घुटने का दर्द अचानक और तीव्र रूप से प्रकट हो सकता है।
घुटने के तीव्र दर्द के कुछ कारण हैं:
फ्रैक्चर और मोच (Fracture and Sprain)
मेनिस्कल इंजरी (MeniscusTear)
संक्रमण (Infection)
B. बुजुर्गों में पुराने घुटने के दर्द के लक्षण क्या हैं?
घुटने के दर्द के कारण और गंभीरता के आधार पर लक्षण और लक्षण अलग-अलग होते हैं। दर्द मामूली दर्द से लेकर गंभीर तक होता है। अक्सर देखे जाने वाले कुछ लक्षण हैं:
जोड़ों और आस-पास के हिस्सों में सूजन (Joint area swelling)
चलने पर जकड़न या दर्द (Joint stiffness)
स्पर्श करने के लिए लाली और गर्मी की भावना (Tenderness)
घुटने को सीधा करने या झुकने में समस्या और ठीक से चलने में असमर्थता (Decreasing Joint ROM)
जोड़ो में लगातार दर्द (Continuous Pain)
लंगड़ापन की ओर ले जाने वाली बेचैनी
घुटने के संक्रमण के मामलों में बुखार
गठिया (Arthritis)
पुराने ऑस्टियोआर्थराइटिस, रूमेटाइड गठिया (rheumatoid arthritis), गाउट (Gout) या स्यूडो गाउट.
ऑस्टियोपोरोसिस (Osteoporosis)
संक्रमण
कोड्रोमलेशिया पटेला (Chondromalacia of Patella)
इलियोटिबियल बैंड सिंड्रोम
ऊपर बताए गए सभी मामलों में से, गठिया बुजुर्ग आबादी में बिना चोट के घुटने के दर्द का सबसे आम कारण है। घुटने के पुराने ऑस्टियोआर्थराइटिस का प्रमुख कारण उम्र है। कुछ व्यक्तियों के लिए यह वंशानुगत हो सकता है, जबकि अन्य के लिए, घुटने का ऑस्टियोआर्थराइटिस चोट, संक्रमण या अधिक वजन होने के कारण भी हो सकता है। महिलाओं को इसके विकसित होने का अधिक खतरा होता है। ऑस्टियोआर्थराइटिस को वियर एंड टियर अर्थराइटिस भी कहा जाता है। यह एक ऐसी स्थिति है जहां जोड़ों के बीच प्राकृतिक कुशनिंग, जो कि कार्टिलेज है, काम हो जाती है और घुटने के जोड़ की हड्डी के सिरे एक दूसरे के खिलाफ अधिक बारीकी से रगड़ते हैं। इसके परिणामस्वरूप दर्द, सूजन, जकड़न, हिलने-डुलने की क्षमता में कमी और कभी-कभी ऑस्टियोफाइट्स (हड्डी के चूरे) का निर्माण होता है, आस पास ही जमा होने लगता है।
C. क्या ऑस्टियोआर्थराइटिस ठीक हो सकता है?
"ऑस्टियोआर्थराइटिस (OSTEOARTHRITIS) का कोई निश्चित इलाज नहीं है", प्रत्येक वयक्ति का अपना अलग उपचार प्रकिया होती है, ये उपचार उपचार दर्द को कम करने और जोड़ों की गति को बनाए रखने में मदद कर सकते हैं।
दवाएं दर्द और सूजन को कम करने में उपयोगी होती हैं, । लेकिन दवाओं का उपयोग उचित सावधानी के साथ किया जाना चाहिए और अत्यधिक उपयोग से प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है।
इंट्रा-आर्टिकुलर इंजेक्शन:
घुटने के जोड़ में कॉर्टिकोस्टेरॉइड्स के इंजेक्शन से ऑस्टियोआर्थराइटिस के शुरुआती चरणों में दर्द और सूजन कम हो सकती है, लेकिन इंजेक्शन की संख्या सीमित होती है, और इन्फेक्शन का खतरा बना रहता है।
सर्जरी: ऑस्टियोआर्थराइटिस के चरण और रोगियों की उम्र के आधार पर विभिन्न सर्जिकल प्रक्रियाएं भी की जा रही हैं। लेकिन इसका भी अपना प्रतिकूल प्रभाव होता है जैसे जोड़ो का काम खुलना, और ज्यादा दवाइयों का सेवन, और कभी कभी दुबारा सर्जरी।
लेकिन आर्थ्रोप्लास्टी ने घुटने के पुराने ऑस्टियोआर्थराइटिस के उपचार में क्रांति ला दी है। इस प्रक्रिया से दुनिया भर में हजारों रोगियों को दर्द से राहत मिलती है।

फिजियोथेरेपी: व्यायाम करना, घुटने के आसपास की मांसपेशियों को विकसित करना और स्वस्थ वजन बनाए रखना पुराने ऑस्टियोआर्थराइटिस के इलाज का एक बहुत प्रभावी तरीका है। घुटने के दर्द के कारण का निदान आपके डॉक्टर को उचित उपचार प्रदान करने में मदद करता है। उपचार आपकी मांसपेशियों को मजबूत करने या घुटने को प्रभावित करने वाली किसी भी पैर की समस्याओं का इलाज करने के साथ शुरू हो सकता है। यदि दर्द अंतर्निहित कारणों से है, तो उपचार के सफल होने में कुछ दिन लग सकते हैं।
(असहनीय दर्द और गंभीरता के मामलों में, आपका डॉक्टर सर्जरी के लिए जाने की सलाह दे सकता है।)
D. घुटने के दर्द के लिए उपचार के विभिन्न रूप हैं:
1. दवाएं: घुटने के हल्के दर्द को ठीक करने का उपचार मौखिक दवाओं से शुरू होता है। यह आमतौर पर जोड़ों की सूजन के इलाज के लिए निर्धारित है। यदि दर्द बना रहता है, तो आगे के उपचार की आवश्यकता होती है।
2. R.I.S.E: संक्षिप्त नाम आराम, बर्फ, संपीड़न और ऊंचाई के लिए है। यह घुटनों के दर्द को दूर करने के लिए घरों में प्रचलित एक प्राकृतिक उपचार है। उपचार बिना किसी सहायता के व्यक्तिगत रूप से किया जा सकता है। उपचार प्रक्रिया शुरू करने के लिए, अधिक आराम करने और दैनिक गतिविधियों से ब्रेक लेने की सलाह दी जाती है, इसके बाद आपके घुटने पर बर्फ से सेकाई उन जगहों पर होती है जहां सूजन के साथ साथ दर्द महसूस होता है। तीसरा चरण सूजन को रोकने और घुटने के संरेखण के लिए एक क्रेप पट्टी का उपयोग कर रहा है। पट्टी को ज्यादा टाइट न लपेटें क्योंकि इससे आपके घुटने में रक्त का प्रवाह रुक सकता है। आराम करने और सूजन को कम करने के लिए अंतिम चरण अपने घुटने को एक विशेष ऊंचाई पर रखना है।
3. सर्जरी: जब दर्द गंभीर होता है और अन्य सभी उपचार समाप्त हो जाते हैं, तो डॉक्टर अंतिम चरण में सर्जरी की सलाह देते हैं. घुटने के दर्द और घुटने की चोटों के लिए सर्जिकल उपचार में आर्थ्रोस्कोपी, मेनिस्कस की मरम्मत, एसीएल पुनर्निर्माण, पेटेलर / क्वाड्रिसेप्स टेंडन की मरम्मत, आंशिक घुटने के प्रतिस्थापन और कुल घुटने के प्रतिस्थापन शामिल हैं।
4. फिजियोथेरेपी: आज कल पुराने दर्द के रोगियों के लिए वरदान साबित हो रहा है, यह कम से कम इंवेसन और अधिक से अधिक राहत के सिद्धांत पर काम करता है, आज कल अत्याधुनिक मशीनो और उपकरणों की मदद यह दर्द को कम से कम समय में और ज्यादा दिनों तक राहत देने में सक्छम है, फिजियोथेरेपी यह आपकी मांसपेशियों को मजबूत बनाने और घुटने की गति को सुचारू बनाने के उद्देश्य से चिकित्सा का एक भौतिक रूप है। थेरेपी आपके घुटने के दर्द को दूर करने के लिए व्यायाम का एक कार्यक्रम तैयार करती है।
E. प्रत्येक रोगियों के लिए इलाज अलग अलग होता है, रोगियों के घुटने की X-Ray रिपोर्ट या MRI रिपोर्ट देखने के बाद फिजियोथेरेपी डॉक्टर आपको सलाह दे सकता है; जैसे की आपको
ज्यादा टहलना है या ज्यादा आराम करना है?
अगर एक्सरसाइज करनी है तो वो वेट बेरिंग (वजन उठाने वाली कसरतें) होनी चाहिए या सिर्फ जॉगिंग टाइप या की केवल टहलने से काम बन जाएगा ?
आपके लिए साइकिलिंग सही होगा या फिर जॉगिंग?
आपके लिए ठंडी सेकाई से काम बनेगा या गर्म सेकाई से, या फिर दोनों?
आपके लिए इलेक्ट्रिक सेकाई फायदे मंद रहेगा या अल्ट्रासाउंड ट्रीटमेंट या फिर दोनों ?
आपके अधिक राहत के लिए शॉक वेव थेरेपी अच्छी रहेगी या शार्ट वेव या फिर दोनों ?
ऐसे कई आधुनिक मशीनो के द्वारा अब फिजियोथेरेपी इन सब पुराने दर्द के लिए राम बाण साबित हो रहा है, लेकिन अज्ञानता वश लोग अभी भी दवाइयों के पीछे ही भागते देखे जा रहे हैं. इसलिए अच्छा है की अपने आस पास एक अच्छे फिजियोथेरेपी सेण्टर से आज ही संपर्क करे और अपने घुटने या अन्य पुराने रोगो के लिए फ़िज़ियोथेरेपिस्ट की सलाह ले.
E. प्राकृतिक उपचार
भौतिक चिकित्सक के द्वारा सुझाया उचित व्यायाम के साथ एक स्वस्थ, संतुलित आहार, धूम्रपान, गुटखा, खैनी और शराब से परहेज, गठिया से पीड़ित लोगों को अपना संपूर्ण स्वास्थ्य बनाए रखने में मदद मिल सकती है।
a. खुराक (Diet)
गठिया का इलाज करने वाला कोई विशिष्ट आहार नहीं है, लेकिन कुछ प्रकार के भोजन सूजन एवं पाचन को कम करने में मदद कर सकते हैं।
निम्नलिखित खाद्य पदार्थ कई पोषक तत्व प्रदान कर सकते हैं जो संयुक्त स्वास्थ्य के लिए अच्छे हैं, जैसे :
मछली
फल और सबजीया
दाने और बीज
जतुन तेल
फलियां
साबुत अनाज
b. इन खाद्य पदार्थ से परहेज़ करे:
कुछ ऐसे खाद्य पदार्थ हैं जिनसे गठिया वाले लोग बचना चाहिए।
नाइटशेड सब्जियों, जैसे टमाटर में (सॉलनीने या टोमॅटिने ) सोलनिन (सोलनिन नाइटशेड परिवार (सोलानेसी) के पौधों में पाया जाने वाला एक क्षारीय है, विशेष रूप से टमाटर, बैंगन, और सबसे महत्वपूर्ण, आलू।) नामक एक रसायन होता है जिसे कुछ अध्ययनों ने गठिया के दर्द से जोड़ा है। जब इन सब्जियों की बात आती है तो शोध के निष्कर्ष मिश्रित होते हैं, लेकिन कुछ लोगों ने नाइटशेड सब्जियों से परहेज करने पर गठिया के लक्षणों में कमी बताई है।
c. खुद से रखे खुद का ख्याल:
गठिया के लक्षणों का स्व-प्रबंधन भी महत्वपूर्ण है।
शारीरिक रूप से सक्रिय रहना
स्वस्थ वजन प्राप्त करना और बनाए रखना (शरीर को मोटा न होने दे )
फिजियो से नियमित जांच करवाएं
बिना डॉक्टर की राय लिए ज्यादा चलना और टहलना
d. आदतें जो गठिया से पीड़ित व्यक्ति को उनकी स्थिति का प्रबंधन करने में मदद कर सकती हैं:
1. सिर्फ डॉक्टर (खास कर फिजियो) से ही परामर्श होना: अपने चिकित्सक से परामर्श के लिए लक्षणों, दर्द के स्तर, दवाओं और संभावित दुष्प्रभावों पर नज़र रखें।
2. दर्द और थकान के लिए: हमेशा दवा का दर्द प्रबंधन में उपयोग घातक हो सकता है, इसलिए दवा का काम सेवन करे और दूसरे विकल्पों को आज़माना जो एक Physiotherapist के क्लिनिक में उपकरण होते है, उनका कोई साइड इफ़ेक्ट नहीं होता और ये दवाओं से ज्यादा देर तक राहत देते हैं। थकान को प्रबंधित करना सीखना गठिया के साथ आराम से जीने की कुंजी है।
3. कार्य में सक्रिय रहना: फिजियो द्वारा सुझाया व्यायाम गठिया और समग्र स्वास्थ्य के प्रबंधन के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है, किसी अन्य की बातो पर ध्यान न दे।
4. आराम के साथ गतिविधि को संतुलित करना: सक्रिय रहने के अलावा, आपकी बीमारी के सक्रिय होने पर आराम भी उतना ही महत्वपूर्ण है, ज्यादा थकान या दर्द होने पर आराम को प्राथमिकता दे।
5. एक स्वस्थ आहार खाना: एक संतुलित आहार आपको स्वस्थ वजन प्राप्त करने और सूजन को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है। ज्यादा तला, डब्बा बंद खाद्य पदार्थ और नॉन वेज खाद्य पदार्थों से बचें और वेज खाद्य पदार्थ चुनें जो एंटीऑक्सीडेंट में उच्च होते हैं।
6. नींद में सुधार: खराब नींद गठिया के दर्द और थकान को बढ़ा सकती है। नींद की स्वच्छता में सुधार के लिए कदम उठाएं ताकि आपके लिए सो जाना और सोते रहना आसान हो जाए। शाम को चाय या कॉफ़ी और ज़ोरदार व्यायाम से बचें और सोने से ठीक पहले मोबाइल या लैपटॉप का उपयोग सीमित करें।
7. बड़े जोड़ों की देखभाल: जिस जोड़ में ज्यादा दिक्कत हो उस जोड़ को ज्यादा सपोर्ट करने के लिए जॉइंट कैप, नरम पट्टी या केंसिओ टेप की मदद ले, और उचित वयायाम को करते रहे।
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